कोरोना वायरस : छोटे कारोबारियों की मदद करेंगे 12 सरकारी बैंक, देंगे इमरजेंसी लोन
लॉकडाउन होने की वजह से देश में व्यापार ठप हो गया है। व्यापार ठप होने की वजह से आम लोगों और छोटे कारोबारियों के सामने आर्थिक संकट भी खड़ा हो गया है। कारोबारियों के सामने आए इस संकट को दूर करने के लिए सरकारी बैंकों ने अच्छी पहल शुरू की है। देश की बड़ी 12 सरकारी बैंक इससे निपटने के लिए कारोबारियों को इमरजेंसी लोन देने के लिए तैयारी की है। बैंकों ने खास रिलीफ लोन के प्लान व्यापारियों, नौकरशाहों और पेंशनरों के लिए तैयार किए है। वहीं, इस बंदी से बुरी तरह प्रभावित होने वाले सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) सेक्टर को भी उभारने के लिए बैकों ने खास स्कीम बनाई है।
यह खबर भी पढ़ें: यस बैंक में जमा है पैसा, तो घबराएं नहीं, आपका इतना पैसा रहेगा सुरक्षित
इन बैकों ने बनाई खास योजनाएं
कोरोना वायरस के बाद देश में आने वाले आर्थिक संकट से लोगों को परेशानी न हो इसके लिए बैंकों ने खास राहत प्लान तैयार किए है। ग्राहकों के लिए एसबीआई, पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, इंडियन बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, सिंडिकेट बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक व आंध्र बैंक ने खास प्लान तैयार किए है। बैकों की तरफ से तैयार किए गए प्लान में सबसे खास बात ये है कि बैंक नौकरीपेशा और बुजुर्गों को भी कोरोना रिलीफ लोन दे रहे हैं।
यह खबर भी पढ़ें: यस बैंक के ग्राहकों को बड़ी राहत, एसबीआई करेगी करोड़ों रुपये का निवेश
एसबीआई देगी खास राहत
विभिन्न सेक्टरों को राहत देने के लिए की जाने वाली योजनाओं में एसबीआई ने खास योजना तैयार की है। ताजा स्थितियों से निपटने के लिए कारोबारियों को थोड़ी राहत देने के लिए पहला कदम स्टेट बैंक ने ही बढ़ाया है। एसबीआई की तरफ से कोविड-19 इमरजेंसी क्रेडिट लाइन (सीईसीएल) नाम से इमरजेंसी लोन की शुरुआत की गइ है। बैंक ने अधिकतम 100 करोड़ रुपये (कारोबार के आकार के आधार पर) तक का इमरजेंसी लोन देने का विकल्प दिया है। बैंक की तरफ से दिए जाने वाले इस कर्ज पर पहले छह महीने तक कोई भी किस्त नहीं देनी होगी। इसके बाद अगले छह महीने से 7.25 फीसदी की रियायती दर से कर्ज को चुकाना होगा। एसबीआई की तरफ से पहल किए जाने के बाद अब अन्य सरकारी बैकों ने भी ऐसी ही कुछ योजनाएं तैयार की है।
यह खबर भी पढ़ें: एसबीआई, आईसीआईसीआई के बाद यस बैंक में यह निजी बैंक करेगी करोड़ों का निवेश
इंडियन बैंक ने दी कर्जदारों को बड़ी राहत
कोरोना वायरस की वजह से उत्पन्न हुए संकट को देखते हुए इंडियन बैंक ने ग्राहकों को कर्ज वापसी के लिए लंबा समय दे दिया है। बैंक नौकरीपेशा और पेंशनरों को भी रिलीफ लोन देने की तैयारी कर रही है। इंडियन बैंक नौकरीपेशा वर्ग, पेंशनर, स्वयं सहायता समूहों, एमएसएमई और बड़े कॉरपोरेट को राहत देगा। नौकरीपेशा लोगों की जरुरत को देखते बैंक अपनी अंतिम सैलरी का 20 गुना कर्ज ले सकते हैं। बैंक ने मेडिकल जैसी तत्काल जरूरत को देतो हुए लोन की अधिकतम 2 लाख रुपये रखी है। इस लोन की अवधि 5 साल होगी।
यह खबर भी पढ़ें: जानें, आप किन हालातों में निकाल सकते हैं यस बैंक से लाखों रुपये
यूनियन बैंक इस तरह करेगा मदद
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया भी इस संकट की घड़ी में अपने ग्राहकों की मदद को आगे आया है। बैंक ने ट्वीट करके जानकारी देते हुए कहा, 'कोरोना वायरस के फैलाव को देखते हुए यूनियन बैंक ऑफ इंडिया अपने सभी ग्राहकों की उदारतापूर्वक मदद के लिए कोविड इमरजेंसी लाइन ऑफ क्रेडिट (सीईएलसी) लेकर आया है, जो ग्राहकों को अतिरिक्त लोन की सुविधा देता है।' बैंक ऑफ इंडिया ने भी अपने ग्राहकों के लिए इस संकट की घड़ी में आपतकालीन लोन सुविधा लेकर आया है। बैंक ऑफ बड़ौदा ने कहा है कि कोरोना की वजह से प्रभावित कॉर्पोरेट ग्राहकों और एमएसएमई के लिए बैंक इसने इमरजेंसी क्रेडिट लाइन की व्यवस्था की है। इस बैंक की स्कीम स्टेट बैंक की ओर से पिछले सप्ताह घोषित हुई फंड सुविधा की तरह ही है।
यह खबर भी पढ़ें: यस बैंक: ईडी कार्यालय पहुंचे अनिल अंबानी, मनी लांड्रिंग मामले में हो रही पूछताछ
केनरा और ओवरसीज बैंक ने भी तैयार किया खाका
इस संकट की घड़ी में केनरा और इंडियन ओवरसीज बैंक ने भी खास स्कीम ग्राहकों के लिए तैयार की है। केनरा बैंक ने ट्वीट किया, 'केनरा बैंक हमारे एमएसएमई, कॉर्पोरेट, बिजनस, कृषि और अन्य ग्राहकों के पास नकदी प्रवाह बनाए रखने के लिए स्पेशल लोन स्कीम लेकर आया है।' वहीं, इंडियन ओवरसीज बैंक ने भी सभी एमएसएमई ग्राहकों के लिए एमएसएमई प्रॉडक्ट 'कोविड 19 लाइन ऑफ सपोर्ट स्कीम' पेश की है।
यह खबर भी पढ़ें- ईडी ने रिलायंस समूह के चेयरमैन को भेजा समन, जानें क्या है मामला
प्राइवेट बैंकों ने नहीं बढ़ाए कदम
देश की सरकारी बैंको ने कोरोना वायरस के चलते इस मुश्किल घड़ी में लोगों और छोटे कारोबारियों की मदद की पहल शुरू की है, लेकिन अभी तक प्राइवेट बैंक आगे नहीं आए हैं। बैकों की तरफ से इस मुश्किल घड़ी में लोगों को राहत देने के लिए कोई पहल नहीं शुरू की गई है। प्राइवेट सेक्टर की दिग्गज बैंक आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और एक्सिस बैंक ने अब तक अपने ग्राहकों को राहत देने के लिए कोई ठोस एलान नहीं किया है।
यह खबर भी पढ़ें- एसबीआई, आईसीआईसीआई के बाद यस बैंक में यह निजी बैंक करेगी करोड़ों का निवेश
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...