लॉकडाउन में कैसे पहुंचेगा आप तक जरूरी सामान, क्या निर्देश हुए हैं जारी
कोरोना के कहर से बचने के लिए पूरे विश्व के देश कड़े कदम उठा रहे हैं। इसमें भारत भी पीछे नहीं रहा है। मंगलवार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रात 8 बजे देश को सम्बोधित करते हुए भारत में 21 दिन के लॉकडाउन का एलान कर दिया है। प्रधानमंत्री ने बताया कि ये लॉकडाउन कफ्यू की तरह ही है। इस लॉकडाउन को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है। आइए जानते हैं कि इस लॉकडाउन से आपको कैसे फायदा मिलेगा। और किन परिस्थितियों में आप घर से बाहर निकल सकते हैं। जरूरी सामान आपके घर तक पहुंचाने की भी सरकार ने व्यवस्था की है।
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कैसे मिलेगा लॉकडाउन का फायदा
लॉकडाउन एक तरह की बंदी है। जिसे कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने के उद्देश्य से लगाया गया है। पूरे विश्व में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस से 4 दिन में एक लाख लोग भी संक्रमित हुए हैं। इसके चलते लॉकडाउन एक प्रभावी प्रक्रिया है। इससे कोरोना वायरस के फैलने की रफ्तार को 60 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। इसमें घबराने की जरूरत नहीं है। इसकी वजह से आपको जरूरत का सामान मिलने में किसी भी तरह से कोई परेशानी नहीं होगी। इसमें सभी मॉल्स, स्कूल, गैर सरकारी और सरकारी संस्थान, कॉलेज, होटल सभी पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं। लॉकडाउन में कम्युनिटी ट्रांसमिशन कम होने के चलते इस वायरस का प्रकोप भी काफी कम हो जाएगा।
केवल इन परिस्थितियों में घर से बाहर निकल सकते हैं
लॉकडाउन की स्थिति में आप विशेष परिस्थिति में ही घर से बाहर निकल सकते हैं। अगर आपके घर में कोई बीमार व्यक्ति है, जिसको इलाज की तत्काल जरूरत है तो आप एंबुलेस की मदद भी ले सकते हैं। अन्यथा ऐसे व्यक्ति को खुद अस्पताल या डॉक्टर के पास ले जा सकते हैं। बस आप अपने पास डॉक्टर से संबंधित पर्चे आदि जरूर रख लें। लॉकडाउन में प्रशासन भी आपको विशेष परिस्थिति में बाहर निकलने की अनुमति दे सकता है। इसमें जरूरी सामान खरीदने की छूट भी शामिल हैं। बस आपको बाजार आदि में भी एक दूसरे से दूरी बनाए रखनी होगी। किसी दुकान पर भीड़ लगाना भी गैरकानूनी होगी।
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अपने सम्बोधन में ये बोले प्रधानमंत्री
22 मार्च को जनता कर्फ्यू का जो संकल्प हमने लिया था, एक राष्ट्र के नाते उसकी सिद्धि के लिए हर भारतवासी ने पूरी संवेदनशीलता के साथ, पूरी जिम्मेदारी के साथ अपना योगदान दिया। एक दिन के जनता कर्फ्यू से भारत ने दिखा दिया कि जब देश पर संकट आता है, जब मानवता पर संकट आता है तो किस प्रकार से हम सभी भारतीय मिलकर, एकजुट होकर उसका मुकाबला करते हैं। आप कोरोना वैश्विक महामारी पर पूरी दुनिया की स्थिति को समाचारों के माध्यम से सुन रहे हैं और दुनिया के समर्थ से समर्थ देशों को भी कैसे इस महामारी ने बिल्कुल बेबस कर दिया है। देख भी रहे हैं। कुछ लोगों की लापरवाही, कुछ लोगों की गलत सोच, आपको, आपके बच्चों को, आपके माता पिता को, आपके परिवार को, आपके दोस्तों को, पूरे देश को बहुत बड़ी मुश्किल में झोंक देगी। पिछले 2 दिनों से देश के अनेक भागों में लॉकडाउन कर दिया गया है। राज्य सरकार के इन प्रयासों को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए। आज रात 12 बजे से पूरे देश में, संपूर्ण Lockdown होने जा रहा है। इस लॉकडाउन की एक आर्थिक कीमत देश को उठानी पड़ेगी। लेकिन एक-एक भारतीय के जीवन को बचाना इस समय मेरी, भारत सरकार की, देश की हर राज्य सरकार की, हर स्थानीय निकाय की, सबसे बड़ी प्राथमिकता है। आने वाले 21 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो, कोरोना वायरस की संक्रमण की सायकिल तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत अहम है। घर में रहें, घर में रहें और एक ही काम करें कि अपने घर में रहें। आपको ये याद रखना है कि कई बार कोरोना से संक्रमित व्यक्ति शुरुआत में बिल्कुल स्वस्थ लगता है, वो संक्रमित है इसका पता ही नहीं चलता। इसलिए एहतियात बरतिए, अपने घरों में रहिए।
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कोरोना वायरस से पहले एक लाख लोग संक्रमित होने में 67 दिन लगे और फिर इसे 2 लाख लोगों तक पहुंचने में सिर्फ 11 दिन लगे। ये और भी भयावह है कि 2 लाख संक्रमित लोगों से 3 लाख लोगों तक ये बीमारी पहुंचने में सिर्फ 4 दिन लगे। चीन, अमेरिका, फ्रांस,जर्मनी, स्पेन, इटली-ईरान जैसे देशों में जब कोरोना वायरस ने फैलना शुरू किया, तो हालात बेकाबू हो गए। याद रखिए इटली हो या अमेरिका, उनकी स्वास्थ्य सेवाएं दुनिया में बेहतरीन मानी जाती हैं, बावजूद इसके वहां इसे फैलने से नहीं रोका जा सका। कोरोना से निपटने के लिए उम्मीद की किरण, उन देशों से मिले अनुभव हैं जो कोरोना को कुछ हद तक नियंत्रित कर पाए। हफ्तों तक इन देशों के नागरिक घरों से बाहर नहीं निकले, इसलिए ये देश इस महामारी से बाहर निकलने की ओर बढ़ रहे हैं। भारत आज उस स्टेज पर है जहां हमारे आज के एक्शन तय करेंगे कि इस बड़ी आपदा के प्रभाव को हम कितना कम कर सकते हैं। ये समय हमारे संकल्प को बार-बार मजबूत करने का है। ये धैर्य और अनुशासन की घड़ी है। जब तक देश में lockdown की स्थिति है, हमें अपना संकल्प निभाना है, अपना वचन निभाना है। मेरी आपसे प्रर्थना है कि घरों में रखकर आप उनके लिए मंगलकामना कीजिए जो खुद को खतरे में डालकर दूसरों को बचा रहे हैं। कोरोना वैश्विक महामारी से बनी स्थितियों के बीच, केंद्र और देशभर की राज्य सरकारें तेजी से काम कर रही है। रोजमर्रा की जिंदगी में लोगों को असुविधा न हो, इसके लिए निरंतर कोशिश कर रही हैं। इससे कोरोना से जुड़ी टेस्टिंग फेसिलिटीज, पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्वीपमेंट्स, Isolation Beds, ICU beds, ventilators और अन्य जरूरी साधनों की संख्या तेजी से बढ़ाई जाएगी। मेरी आपसे प्रार्थना है कि इस बीमारी के लक्षणों के दौरान, बिना डॉक्टरों की सलाह के, कोई भी दवा न लें। किसी भी तरह का खिलवाड़, आपके जीवन को और खतरे में डाल सकता है। मुझे विश्वास है कि हर भारतीय संकट की इस घड़ी में सरकार के निर्देशों का पालन करेगा। 21 दिन का लॉकडाउन लंबा समय है, लेकिन आपके जीवन की रक्षा के लिए, आपके परिवार की रक्षा के लिए, उतना ही महत्वपूर्ण है। मुझे विश्वास है कि हर देशवासी इस संकट का न सिर्फ सफलता से मुकाबला करेगा, बल्कि इस मुश्किल घड़ी से विजयी होकर निकलेगा।
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आप अपना ध्यान रखिए, अपनो का ध्यान रखिए। आत्मविश्वास के साथ कानून, नियमों का पालन करते हुए, पूरी तरह संयम बरतते हुए विजय का संकल्प करते हुए हम सब इन बंधनों को स्वीकार करें। पिछले 2 दिनों से देश के अनेक भागों में लॉकडाउन कर दिया गया है। राज्य सरकार के इन प्रयासों को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए। आज रात 12 बजे से पूरे देश में, संपूर्ण Lockdown होने जा रहा है। हिंदुस्तान को बचाने के लिए, हिंदुस्तान के हर नागरिक को बचाने के लिए, आज रात 12 बजे से, घरों से बाहर निकलने पर, पूरी तरह पाबंदी लगाई जा रही है। अभी के हालात को देखते हुए, देश में ये लॉकडाउन 21 दिन का होगा। देशव्यापी लॉकडाउन ने आपके घर के दरवाजे पर एक लक्ष्मण रेखा खींच दी है। आपको ये याद रखना है कि कई बार कोरोना से संक्रमित व्यक्ति शुरुआत में बिल्कुल स्वस्थ लगता है, वो संक्रमित है इसका पता ही नहीं चलता। इसलिए ऐहतियात बरतिए, अपने घरों में रहिए। कुछ लोगों की लापरवाही, कुछ लोगों की गलत सोच, आपको, आपके बच्चों को, आपके माता पिता को, आपके परिवार को, आपके दोस्तों को, पूरे देश को बहुत बड़ी मुश्किल में झोंक देगी। कोरोना से निपटने के लिए उम्मीद की किरण, उन देशों से मिले अनुभव हैं जो कोरोना को कुछ हद तक नियंत्रित कर पाए। हफ्तों तक इन देशों के नागरिक घरों से बाहर नहीं निकले। उन्होंने शत-प्रतिशत सरकारी निर्देशों से पालन किया। कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए, देश के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार ने आज 15 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। ये धैर्य और अनुशासन की घड़ी है। जब तक देश में lockdown की स्थिति है, हमें अपना संकल्प निभाना है, अपना वचन निभाना है। मेरी आपसे प्रर्थना है कि घरों में रखकर आप उनके लिए मंगलकामना कीजिए जो खुद को खतरे में डालकर दूसरों को बचा रहे हैं। भारत आज उस स्टेज पर है जहां हमारे आज के एक्शन तय करेंगे कि इस बड़ी आपदा के प्रभाव को हम कितना कम कर सकते हैं। ये समय हमारे संकल्प को बार-बार मजबूत करने का है, ये समय कदम कदम पर संयम बरतने का है। आपको याद रखना है कि जान है तो जहां है।
प्रधानमंत्री के बाद बोले सीएम योगी आदित्यनाथ
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राष्ट्र को सम्बोधन के बाद उत्तर प्रदेेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रदेश वासियों के लिए एक वीडियो संदेश दिया। उसमें उन्होंने कहा है कि आमजनमानस की हर जरूरत का ख्याल रखा जाएगा। इसके साथ उन्होंने कुछ अन्य महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए हैं।
•लॉकडाउन के दौरान आम जनता को कोई समस्या न हो इसको ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
•इसके तहत मंडी परिषद एवं मंडी समितियों द्वारा अन्य राज्यों एवं भारत सरकार के समन्यव से ऐसी आवश्यक खाद्य सामग्री जिसकी आपूर्ति अन्य राज्यों से होती है, उसकी आवक पर निगरानी रखी जाएगी।
• उत्पादन एवं विपणन एसोसिएशन के माध्यम से जिलों मे आवश्यक खाद्य सामग्री सप्लाइ चेन में इनका उपयोग किया जाएगा।
•होम डिलेवरी करने वाले होटल, रेस्टोरेंट और डिब्बा फूड को बढ़ावा दिया जाएगा, लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा कि इन जगहों पर आम लोग एकत्र न होने पाए।
•प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को यह निर्देशित किया गया है कि वह पुलिस आयुक्त/एसएसपी/एसपी से समन्यव करते हुए ड्यूटी पर कार्यरत पुलिस अधिकारी एवं कार्मिकों को डोर-स्टेप व्यवस्था की समुचित जानकारी उपलब्ध कराएं और व्यवस्था का संचालन सुचारू रूप से कराए जाने में सहयोग हेतु लोगों को प्रेरित कराएं।
•सभी जिलों में स्थापित होने वाले कंट्रोल रूम में आवश्यक खाद्य सामग्री की आपूर्ति के लिए मंडी, दुग्ध, कृषि, उद्यान, पशुपालन, खाद्य आपूर्ति के अधिकारियों की स्थानीय स्तर पर कुशल समन्वय एवं प्रबंधन के लिए ड्यूटी लगाई जाए। इस बाबत बने कंट्रोल रूम का नम्बर नागरिकों में प्रसारित किया जाए ताकि जिला प्रशासन को भी उक्त व्यवस्था में बेहतर प्रबंध के लिए जनता से फीडबैक प्राप्त हो सके।
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लॉक डाउन में जारी रहेगी फूड की होम डिलीवरी
- कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश के बाद पूरे देश को 21 दिनों के लिए लॉक डाउन कर दिया गया है।
- इस दौरान आम जनताको कोई समस्या न हो इसको ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
- इसके तहत मंडी परिषद एवं मंडी समितियों द्वारा अन्य राज्यों एवं भारत सरकार के समन्यव से ऐसी आवश्यक खाद्य सामग्री जिसकी आपूर्ति अन्य राज्यों से होती है, उसकी आवक पर निगरानी रखी जाएगी।
- उत्पादन एवं विपणन एसोसिएशन के माध्यम से जिलों मे आवश्यक खाद्य सामग्री सप्लाइ चेन में इनका उपयोग किया जाएगा।
- होम डिलेवरी करने वाले होटल, रेस्टोरेंट और डिब्बा फूड को बढ़ावा दिया जाएगा, लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा कि इन जगहों पर आम लोग एकत्र न होने पाए।
- प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को यह निर्देशित किया गया है कि वह पुलिस आयुक्त/एसएसपी/एसपी से समन्यव करते हुए ड्यूटी पर कार्यरत पुलिस अधिकारी एवं कार्मिकों को डोर-स्टेप व्यवस्था की समुचित जानकारी उपलब्ध कराएं और व्यवस्था का संचालन सुचारू रूप से कराए जाने में सहयोग हेतु लोगों को प्रेरित कराएं।
- सभी जिलों में स्थापित होने वाले कंट्रोल रूम में आवश्यक खाद्य सामग्री की आपूर्ति के लिए मंडी, दुग्ध, कृषि, उद्यान, पशुपालन, खाद्य आपूर्ति के अधिकारियों की स्थानीय स्तर पर कुशल समन्वय एवं प्रबंधन के लिए ड्यूटी लगाई जाए। इस बाबत बने कंट्रोल रूम का नम्बर नागरिकों में प्रसारित किया जाए ताकि जिला प्रशासन को भी उक्त व्यवस्था में बेहतर प्रबंध के लिए जनता से फीडबैक प्राप्त हो सके।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से जारी किया गया बयान
पुलिस ने जारी किए निर्देश
लखनऊ पुलिस आयुक्त की ओर से एक निर्देश जारी किया गया है। जिसमें लोगों से जरूरत पर ही बाहर निकलने की अपील की गई है।
स्वास्थ्य कर्मियों पर नहीं लगेगी रोक
लॉकडाउन के दौरान स्वास्थ्यकर्मियों और डॉक्टर्स की आवाजाही पर किसी भी प्रकार का प्रतिबंध नहीं रहेगा। हालांकि उन्हें अपने पास परिचय रखना होगा। जिसे जरूरत पड़ने पर दिखाया जा सके। महानिदेशक चिकित्सा एंव स्वास्थ्य सेवाएं की ओर से भी लेटर जारी किया गया है। जिसमें चिकित्साकर्मियों के आने जाने पर छूट देने का निर्देश है।
महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं की ओर से भी लेटर जारी किया गया है
बिग बाजार ने की होम डिलीवरी की घोषणा
देश की प्रमुख रिटेल चेन चलाने वाली कंपनी बिग बाजार ने ग्राहकों को घर पर होम डिलीवरी की पेशकश की है। इसके लिए कंपनी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जानकारी शेयर की है।
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